prakash group of institution सेकेंडरी मेमोरी ( Secondary Memory) को अलग से जोडा जाता है और यह स्टोरेज के काम आती है तो इसे सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस भी कहते हैं , प्राइमरी मेमोरी ( Primary Memory) के अपेक्षा इसकी गति कम होती है लेकिन इसकी Storage क्षमता प्राइमरी मेमोरी ( Primary Memory) अधिक होती है और जरूरत पडने पर इसे अपग्रेड (घटाया या बढाया) किया जा सकता है , आईये जानते हैं सेकेंडरी मेमोरी ( Secondary Memory) कितने प्रकार की होती है - 1. मैग्नेटिक/चुम्बकीय टेप ( Magnetic Tape) 2. मैग्नेटिक/चुम्बकीय डिस्क ( Megnetic Disk) 3. ऑप्टिकल डिस्क ( Optical Disk) 4. यूऍसबी फ्लैश ड्राइव ( USB Flash Drive) 1- मैग्नेटिक/चुम्बकीय टेप ( Magnetic Tape) यह देखने में किसी पुराने जमाने के टेप रिकार्डर की कैस...